केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि चंबल की बाढ़ से छुटकारा पाने के लिये हम सभी को सहमति बनानी होगी। क्योंकि चंबल नदी में प्रति वर्ष बाढ़ आने से अपने बनाये हुये घरोंदे नष्ट हो जाते है। विशेषकर पशुओं को बहुत मुसीबत पड़ती है। इसके साथ-साथ साल भर के लिये रखा हुआ अनाज आज घर-गृहस्थी पानी में स्वाः हो जाती है। सभी लोग सहमति दें तो शासकीय सर्वे पर दूसरे स्थान पर विस्तापित किया जाये, इसके लिये जिन लोगों को आवास स्वीकृत हो चुक है, उनके आवास की किस्ते जिला पंचायत के माध्यम से तत्काल जारी करायी जायेंगी। उनके आवास दिलायें जायेगें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के मकान नष्ट हो गये है, उन लोगों के सर्वे का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। उन्हें मुख्यमंत्री के बाढ़ राहत प्रकोष्ठ के तहत आवास दिलवाये जायेंगे।
प्रभारी मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों की आंखों मैं आंसू नहीं देखना चाहता हूं। मैं प्रदेश सरकार का मंत्री एवं जिले का प्रभारी मंत्री होने के नाते मैं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को हर संभवतः मदद करूंगा। इसके लिये भले ही मुझे मुख्यमंत्री से चर्चा क्यों न करना पड़े। मैं जिले के हालातों से मुख्यमंत्री को अवगत कराऊंगा और पीडि़त लोगों को नुकसानी का मुआवजा शीघ्र मिले, इसके लिये भी विमर्श करूंगा। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री एवं प्रभारी मंत्री ने